A SECRET WEAPON FOR SHIV CHAISA

A Secret Weapon For Shiv chaisa

A Secret Weapon For Shiv chaisa

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किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥

अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।

Lord, in the event the ocean was churned along with the deadly poison emerged, out of your respective deep compassion for all, You drank the poison and saved the world from destruction. Your throat grew to become blue, thus You will be referred to as Nilakantha.

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात Shiv chaisa न काऊ॥

आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा

माता-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥

तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव Shiv chaisa तारक भारी ।

क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥ शंकर हो संकट के नाशन ।

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